ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24
दरभंगा–दरभंगा पुलिस की सक्रियता से करोड़ों के हीरे जवाहरात गायब होने के तुरंत बाद आरोपित की गिरफ्तारी हो गई। राज परिवार द्वारा संचालित कामेश्वर धार्मिक न्यास, रामबाग के 108 मंदिरों के देवी-देवताओं के करोड़ों के बहुमूल्य जेवरात भारतीय स्टेट बैंक के बोल्ट से गायब होने की सूचना के बाद दरभंगा राज परिवार में खलबली मच गई।

आनन-फानन में दरभंगा राज परिवार के कपिलेश्वर सिंह ने इस बात की लिखित सूचना विश्वविद्यालय थाना को दी। जिसपर दरभंगा पुलिस ने त्वरित कारवाई करते हुए ट्रस्ट के मैनेजर को हिरासत में लेकर पूछताछ आरम्भ किया। उनकी निशानदेही पर दरभंगा टॉवर से एक स्वर्ण व्यवसाई को हिरासत में लेकर गायब सामान को जप्त कर कारवाई में जुट गई है। राज परिवार के कपिलेश्वर सिंह ने अपने आवेदन में महारानी कामसुंदरी देवी के एटॉर्नी उदयनाथ झा उर्फ विष्णु और कामेश्वर धार्मिक न्यास के प्रबंधक केदारनाथ मिश्र एवं अन्य के द्वारा साजिश कर उक्त बोल्ट में रखे गए जेवरातों को निकालकर बेचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि महारानी अब काफी वृद्ध हो चुकी है। जिसके कारण वे अपने होशो हवास में प्राय: नहीं रहती है। जिसका नाजायज फायदा उठाकर उपरोक्त घटना को अंजाम दिया गया है। साथ ही कपिलेश्वर सिंह ने अपने आवेदन में कहा है कि कामेश्वर धार्मिक न्यास के बायोलॉज के अनुसार यदि ट्रस्ट के ट्रस्टी (जिसकी वर्तमान में एकमात्र ट्रस्टी महारानी है) के द्वारा सही ढंग से कामेश्वर धार्मिक न्यास का कार्य नहीं किया जाता है, तो राज परिवार के किसी भी पुरुष सदस्य के द्वारा इस मामले को उठाया जा सकता है और इसी नियम के तहत जिला प्रशासन को उक्त बातों की सूचना दे रहा हूं। ताकि देवी-देवताओं के बहुमुल्य जेवरातों की बरामदगी की जा सके और दोषियों को उचित सजा मिल सके।

उन्होंने मामले को लेकर सीबीआई और ईडी से जांच करवाने की मांग की है। वहीं सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय थाना में दरभंगा राज परिवार के कपिलेश्वर सिंह के द्वारा मामला दर्ज कराया गया है। जिसकी कांड संख्या 34/24 है। आवेदन में उनके द्वारा कहा गया है कि उनके परिवार से जुड़े हुए उनके प्रबंधक ने फर्जी तरीके से करोड़ों रुपए मूल्य के हीरे-जवाहरात और कुछ एंटिक आइटम जो बैंक के लॉकर में रखे थे। उन्हें अवैध तरीके से महारानी के बूढ़े होने का फायदा उठाते हुए कहीं बेच दिया है। मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल ही पूछताछ की गई और तकनीकि अनुसंधान करते हुए रेड किए गए। मामले के दर्ज होने के एक घंटे के भीतर काफी मात्रा में जो आभूषण बेचा गया था वो बरामद हुआ है। एक स्वर्णकार को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ की जा रही है। अभी 3 लोग गिरफ्तार हुए है। बैंक मैनेजर को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। बाकी मामले की जांच की जा रही है।