
ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24
दरभंगा–जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर इन दिनों जिले के अलग-अलग ब्लॉक में घूमकर लोगों को वोट की ताकत के बारे में बता रहे हैं। इसी क्रम में प्रशांत किशोर ने लोगों से सवाल किया कि पांच किलो अनाज चाहिए या रोजगार चाहिए, इसपर लोगों ने हाथ उठाकर रोजगार कहा। फिर सवाल किया कि अपनी जाति का नेता चाहिए या पढ़ाई चाहिए, इसपर लोगों ने शिक्षा देने की बात कही। फिर सवाल किया कि नेताओं का राज चाहिए या जनता का राज चाहिए, इसपर लोगों ने कहा कि जनता का राज चाहिए। प्रशांत किशोर ने सूत्र बताते हुए कहा कि अगली बार जब आप वोट देने जाइए तो नेताओं का चेहरा देखकर नहीं अपने बच्चों का चेहरा देखकर वोट दीजिए।

वोट की कीमत नाली-गली नहीं, पांच किलो अनाज नहीं, हिंदू-मुस्लिम नहीं, मंदिर-मस्जिद नहीं, बल्कि वोट की कीमत है रोजगार और शिक्षा, ये होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए, इसपर लोगों ने कहा होनी चाहिए। प्रशांत किशोर ने कहा कि 100 रुपए की चीज अगर आप एक रुपए में बेचिएगा तो नुकसान होगा कि नहीं होगा। तो लाखों रुपए का वोट पांच किलो अनाज पर दे रहे हैं और कहते हैं कि बहुत गरीब हैं, मुर्गा-भात खाकर अगर वोट दीजिएगा तो गरीबी कैसे खत्म होगी। प्रशांत किशोर ने कहा कि 1 वोट देकर जिसको आप प्रधानमंत्री बनाते हैं वो लाखों-करोड़ों रुपए का मालिक है। 1 वोट देकर जिसे आप बिहार का राजा (मुख्यमंत्री) बनाते हैं वो 2.50 लाख करोड़ रुपए का मालिक है। इतनी बड़ी तिजोरी की चाबी अगर 5 किलो अनाज के नाम पर दे देते हैं तो आप गरीब नहीं रहिएगा तो भला और कौन गरीब रहेगा। यही बात बताने के लिए मैं गांव-गांव घूम रहा हूं। आप बताइए कि ये प्रयास होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए। इसपर लोगों ने कहा कि प्रयास होना चाहिए।