
ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24
दरभंगा–आइसा राज्य सह सचिव प्रिंस राज ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करतें हुए कहा हैं की एक तरफ बिहार सरकार युवाओं को नौकरी देने का लगातार प्रयास कर रही है। लेकिन दूसरी तरफ गैर जवाबदेह अधिकारी के चलते लगातार बिहार सरकार बदनाम भी हो रही है। बिहार में चल रहे BPSC TRE 2.0 की परीक्षा में वैकल्पिक भाषा उर्दू और बांग्ला शब्द के प्रश्नपत्र को दर किनार करना बहुत ही चिंता जनक है। ऐसे में वैकल्पिक भाषा उर्दू चयनित किए हुए अभ्यर्थियों से भी हिंदी में प्रश्न पूछा जाना अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार को दर्शाता है। इससे उर्दू और बांग्ला, अरबी फारसी भाषा वाले अभ्यर्थियों को मुश्किलात का सामना करना पड़ा हैं। इसकी वजह से ऐसे अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। आइसा नेता प्रिंस ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और BPSC के अध्यक्ष से मांग किया है की इस को संज्ञान में लिया जाय और इसका हल निकाला जाए और दोषी अधिकारी पर करवाई किया जाय। अन्यथा छात्र संगठन आइसा आंदोलन को बाध्य होगी।