
ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24
दरभंगा–अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है की अब लोग घर के अंदर भी सुरक्षित नहीं है। डकैतों ने घर में घुस कर लाखों की डकैती भी की और हत्या भी। मामला सदर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीसागर, बैंकर्स कॉलनी का है। बीती रात सेवानिवृत प्रधान लिपिक के घर बदमाशों ने उनकी पीट-पीट कर हत्या करने के बाद लाखों रुपए की डकैती कर फरार हो गए। अपराधियों ने गृह स्वामी जतीश चन्द्र मिश्रा और उनकी पत्नी रेणु देवी को बुरी तरह पिटाई करने के बाद हाथ-पैर बांध दिया। बुरी तरह पिटाई से घायल जतीश चन्द्र मिश्रा की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। अपराधी ने लाखों रुपए के जेवरात सहित 1 लाख 50 हजार रुपए नकद लेकर फरार हो गया। उनकी पत्नी रेणु देवी ने पुलिस को बताया कि अपराधी इतने निर्दई थे कि मारपीट करने के बाद गला दबाकर उनकी हत्या कर दी। घटना के बाद अपराधी बाहर से गेट बंद कर फरार हो गए। घटना की जानकारी शुक्रवार की सुबह तब मिली जब डीआरडीए से रिटायर्ड 66 वर्षीय जतीश चंद्र मिश्रा और 58 वर्षीय पत्नी रेणु देवी मॉर्निंग वॉक के लिए दूसरी मंजिल से नीचे नहीं उतरे। पहली मंजिल पर उनके बड़े पुत्र प्रकाश चंद्र मिश्रा जो पंजाब नेशनल बैंक के वासुदेवपुर शाखा में शाखा प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। माता-पिता को देखने के लिए गए। अंदर से गेट बंद रहने पर उन्होंने हल्ला किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने पर पड़ोसी के घर गए। उनके छत पर चढ़कर अपने मकान में गए। जहां सीढ़ी का गेट टूटा हुआ था। अंदर जाने पर माता-पिता के कमरे का गेट बंद था। गेट खोल कर जब अंदर गए तो माता-पिता फर्श पर बेहोशी हालत में मिले। दोनों आदमी का हाथ कपड़े से बंधा हुआ था। देखने पर पिता की मौत हो चुकी थी, जबकि मां को होश में लाया गया। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घटना की सूचना स्थानीय लोगों ने थानाध्यक्ष पवन कुमार सिंह को दी। थानाध्यक्ष दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच में जुट गए। कुछ देर बाद सीटी एसपी सागर कुमार के नेतृत्व में डॉग स्क्वायर और टेक्निकल सेल की टीम पहुंचकर साक्ष्य जुटाने की कोशिश में लग गई। बदमाश का लोहे का सांवल घर में छूट गया था। पुलिस ने जप्त कर लिया है। फिलहाल कोई सुराग नहीं मिल पाया, ताकि बदमाशों की पहचान हो सके। रेणु देवी ने बताया कि घर के अंदर 6 बदमाश घुसे थे उन लोगों ने आलमीरा की चाभी मांगी। बदमाश चाभी नहीं देने पर पुत्र-बहु और दोनों पोता को जान से मारने की धमकी दे रहे थे। रेणु देवी ने उन लोगों की जान बचाने के लिए आलमारी की चाभी दे दी। रुपए सहित सभी जेवरात निकाल लिए। 15 लाख रुपए से अधिक के जेवरात बताया जा रहे हैं। उसके बाद नीचे तल्ले में रह रहे बड़े पुत्र के घर के दरवाजे का चाभी मांग रहे थे। चाभी नहीं देने पर गुस्साए बदमाशों ने जतीश चंद्र मिश्रा का गला दबाकर हत्या कर सभी बदमाश फरार हो गए। सभी बदमाश मैथिली भाषा नहीं बोल रहे थे। आपस में किसी दूसरे तरह का भाषा में बात कर रहे थे। बता दें कि जतीश चन्द्र मिश्रा डीआरडीए से वर्ष 2017 में प्रधान लिपिक के पद से सेवानिवृत हुए थे। उनके बड़े पुत्र दरभंगा जिला में ही पंजाब नेशनल बैंक के शाखा प्रबंधक है एवं उनके छोटे पुत्र विकास चन्द्र मिश्रा दिल्ली स्थित एसबीआई में कार्यरत हैं। वह घटना की जानकारी मिलते ही परिवार सहित दरभंगा के लिए प्रस्थान कर गए हैं।