
दरभंगा–आज पुर्वाहन 10:30 डॉ राम मनोहर लोहिया चौक, लहेरियासराय, दरभंगा में डॉ राम मनोहर लोहिया स्मारक स्थल पर डॉ राम मनोहर लोहिया के प्रतिमा पर पुर्वाहन 10:30 बजे में पुष्पांजलि अर्पित किया गया। उक्त अवसर पर सुभाष कुमार पासवान, किशोर कुमार प्रजापति, चन्द्र प्रकाश उर्फ पप्पू ठाकुर आदि लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित किया गया। अपराह्न 1 बजे दिन में दरभंगा थियोसोफिकल लॉज के एम टैंक, लहेरियासराय, दरभंगा के तत्वाधान में डॉ राम मनोहर लोहिया की स्मृति दिवस के अवसर पर (12अक्टूबर) के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। आज के कार्यक्रम का मुख्य विषय था–“वर्तमान परिप्रेक्ष्य में लोहिया के विचारों की प्रासंगिकता “। गोष्ठी में मुख्य वक्ता के तौर पर अपने विचार रखते हुए शंकर प्रलामी ने कहा कि लोहिया के विचार कभी भी अप्रासंगिक नहीं हो सकते। धर्म, राजनीति और समाज के हर पहलू पर लोहिया ने मौलिक और भारत के परिप्रेक्ष्य में व्यावहारिक चिंतन से देश को समृद्ध किया। उनकी सोच के सतह पर खड़े होकर आज भी समाजवादी संघर्ष जारी है। समृद्धि के साथ समता ही लोहिया के समाजवाद का सिद्धांत है। अध्यक्षीय सम्बोधन में उमेश राय ने कहा की जेपी और लोहिया को अलग करके देखा ही नही जा सकता। डॉ राम मनोहर लोहिया के सप्त क्रांति के अलख को ही जेपी ने सम्पूर्ण क्रांति के मशाल के साथ आगे बढाया। इनके मार्ग पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धान्जलि है। विचार गोष्ठी में दिनेश साफी, राम बुझाबन यादव रामाकर, प्रकाश कुमारज्योति , रामवृक्ष यादव, सुभाष कुमार पासवान, लक्ष्मेशवर सिंह पप्पू , यास्मीन खातून, सुनीता देवी आदि लोगों ने भी अपने-अपने विचार ब्यक्त किये। गोष्ठी का संचालन दिनेश साफी ने किया और अध्यक्षता कर रहे उमेश राय ने धन्यवाद ज्ञापन किया।