ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24
दरभंगा–30 जनवरी 2024 शहीद दिवस के अवसर पर बाबा साहब डॉ.भीमराव अम्बेडकर सभागार में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में जिलाधिकारी दरभंगा श्री राजीव रौशन, उप विकास आयुक्त श्रीमती प्रतिभा रानी, अपर समाहर्त्ता-सह-अपर जिला दण्डाधिकारी राजेश झा “राजा”,संयुक्त निदेशक जन-संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, सिविल सर्जन अनिल कुमार,अपर समाहर्त्ता विधि व्यवस्था राकेश कुमार रंजन,अपर समाहर्त्ता आपदा सलीम अख्तर,अनुमंडल पदाधिकारी सदर विकास कुमार, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी बालेश्वर प्रसाद,वरीय कोषागार पदाधिकारी शंभू कुमार आर्य,उप निर्वाचन पदाधिकारी सुरेश कुमार,जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार मिश्र सहित तमाम पदाधिकारीयों एवं कर्मीयों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी के तस्वीर पर माल्यार्पण कर तथा पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की सत्य और अहिंसा की नीति ने स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी थी। उन्होंने आजादी की लड़ाई चंपारण सत्याग्रह में पहली बार इन अस्त्रों का प्रयोग किया। बापू का जीवन ही एक दर्शन है, चाहे खादी का प्रयोग हो या अस्पृश्यता का प्रतिषेध हो, चाहे स्त्री-पुरुष समानता की बात हो, स्वच्छता या मद्यनिषेध हो। सभी विषय पर उन्होंने अपने विचार रखें हैंऔर पहले स्वयं उसे अपनाया,फिर दूसरों को वैसा करने का संदेश दिया, जीवन के हर क्षेत्र में उनका जीवन ही एक दर्शन है। देशवासियों को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और एक नए भारत के निर्माण की दिशा में अग्रसर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कहीं भी नैतिक संविधान की बात हो तो उनका जीवन ही एक नैतिक संविधान है। उन्होंने कुष्ठ रोग को मिटाने की दिशा में काफी काम किया और कुष्ठ रोगियों से भेद-भाव न करने तथा उनके इलाज में हर संभव मदद करने का संदेश दिया,इसलिए 30 जनवरी को कुष्ठ निवारण दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार द्वारा जारी संदेश “आज हम कुष्ठ रोग के बारे में चर्चा करने के लिए एकत्र हैं।आज ही के दिन सन 1948 में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का निधन हुआ था, महात्मा गाँधी कुष्ठ रोगियों के प्रति स्नेह एवं सेवा भाव रखते थे इसलिए आज का दिन कुष्ठ दिवस के रूप में मनाया जाता है। बापू की कुष्ठ रोगियों के प्रति सेवा ने यह साबित किया है कि कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों की सेवा, देख-रेख करने से कुष्ठ रोग नहीं फैलता है। कुष्ठ की बीमारी कीटाणु से होता है जिसका पूर्ण इलाज संभव है, कुष्ठ की पहचान बहुत ही आसान है, चमड़े पर किसी प्रकार का दाग या धब्बा जिसमें दर्द तथा खुजली नहीं होती हो एवं जन्म से नहीं हो तो वह कुष्ठ का प्रारंभिक लक्षण हो सकता है। समय से इलाज करने से यह रोग पूरी तरह से ठीक हो जाता है, एम.डी.टी का पूरा खुराक नियमानुसार सेवन करने के बाद कोई भी कुष्ठ प्रभावित आम इंसान जैसा हो जाता है और समाज में हम सबके बीच रह सकता है। उपचार नहीं करने से संक्रमित व्यक्ति अनेक लोगों में संक्रमण फैल सकता है और अंगों में विकृति हो सकती है। इसलिए कुष्ठ के संदेहास्पद लक्षण मिलने पर तुरंत जाँच करायें। प्रदेश को कुष्ठ मुक्त करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है,अतः कुष्ठ रोग के संदेहास्पद लक्षण को पहचान कर उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाँच कराने के लिए प्रेरित करें। प्रदेश में कुष्ठ विकृतियुक्त व्यक्ति अगर कुष्ठ रोग का इलाज कर चुके हैं, तो उनसे संक्रमण नहीं फैलता है। उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर निरन्तर नि:शुल्क चिकित्सा लेने हेतु प्रेरित करना है, जिससे उनकी विकृति दूर हो सके। साथ में इस बात के लिए भी प्रेरित करना है कि सामाजिक सुरक्षा के अंतर्गत दिए जाने वाले पेंशन विकृति युक्त व्यक्ति अवश्य प्राप्त करें” दिए तथा सरकार द्वारा जारी संकल्प सभी को दिलवाया। “मैं कुष्ठ रोग के प्रारंभिक लक्षण वाले व्यक्ति जिनके शरीर के किसी भाग पर दाग-धब्बे हो तथा जिसमें दर्द तथा खुजली नहीं होती हो और जो जन्म से नहीं हो को कुष्ठ रोग के संदेहास्पद व्यक्ति मानते हुए नजदीकी प्राथमिक की स्वास्थ्य केंद्र पर जाने के लिए प्रेरित करूँगा की जिन्हें कुष्ठ रोग है उनका पूरा इलाज हो सके।

मैं यह भी शपथ लेता हूँ कि मेरी नजर में मेरे परिवार, पड़ोस और समाज में कोई भी व्यक्ति कुष्ठ रोग से प्रभावित हैं और उनका इलाज एमडीटी से हो चुका है, तो मैं उनके साथ बैठने, खाने,घुमने-फिरने पर किसी भी प्रकार का भेद-भाव नहीं करूँगा।
मैं यह भी शपथ लेता हूँ कि विकलांगतायुक्त कुष्ठ प्रभावित व्यक्ति को किसी भेद-भाव से नहीं देखूँगा तथा उन्हें नि:शुल्क चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने में उनकी भरपूर मदद करूँगा। सरकार द्वारा उनको मिलने वाली विकलांगता प्रमाण-पत्र तथा पेंशन राशि इत्यादि दिलवाने में भी उनकी पूरी मदद करूँगा।
मैं यह भी शपथ लेता हूँ कि मैं कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्ति के साथ सामाजिक भेद-भाव के रोकथाम के लिए सदा पर्यतनशील रहूँगा। मैं यह भी शपथ लेता हूँ कि मैं राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के कुष्ठ मुक्त भारत के सपने को पूरा करने हेतु सदा प्रयत्नशील रहूँगा।” इसके पश्चात लहेरियासराय टावर अवस्थित बापू की प्रतिमा पर जिलाधिकारी,उप विकास आयुक्त, अपर सम्हर्ता एवं संयुक्त निदेशक जन-संपर्क द्वारा बारी-बारी से माल्यार्पण कर तथा पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।