
यतीम खाना दरभंगा के मैदान में एसआईओ दरभंगा की ओर से यूथ कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस कांफ्रेंस का विषय ‘ इंसाफ के अलमबरदार बनो ‘ था जिसके तहत एस आई ओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश भर के कई युवा वक्ता ने अपनी बात रखी। जिला अध्यक्ष भाई जीशान अख्तर कासमी ने नौजवानों , युवाओं और श्रोताओं से अपील किया के हमे इंसाफ के लिए खड़े होना चाहिए और तमाम वक्ताओं का परिचय करा कर उनका स्वागत किया। एसआईओ बिहार के अध्यक्ष ने भी एसआइओ की कोशिशों को गिनाया और आज के हालात में इंसाफ की आवाज़ बुलंद करने की अहमियत को रेखांकित किया। जे एन यू में एम फिल के छात्र रहे एडवोकेट फवाज शाहीन ने अपने वक्तव्य में कहा की इंसानियत इंसाफ के बिना जिंदा नहीं रह सकती ।

मुसलमानों को समूची मानवता के इंसाफ़ को सबसे आगे रखना चाहिए ।देश में कोई भी पार्टी सत्ता पक्ष में हो हमे उस बारे में नही सोचना चाहिए हमें इस बात का खयाल रखना चाहिए कि मजलूमों के साथ हो रहे जुल्म के खिलाफ हम खड़े हैं या नहीं। जनाब अब्दुल्लाह अज्जाम साहब (पूर्व अध्यक्ष ए एम यू स्टूडेंट यूनियन और रिसर्च स्कॉलर ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय) ने कुरआन शरीफ की शिक्षा का उल्लेख कर बताया की इस्लाम की नजर में इंसाफ क्या है और इसकी क्या अहमियत है। दोस्त हो या दुश्मन किसी के भी मामले में हमें सच बात और इंसाफ से पीछे नहीं हटना चाहिए। आंशिक लाभ, लालच या किसी की दुश्मनी में पड़ कर हम इंसाफ़ को छोड़ देंगे तो इससे समाज में अमन,शांति और न्याय को बरकरार रख पाने बड़ी कठिनाई होगी और हमें इस पाप की सजा जरूर मिलेगी जिससे हमें डरते रहना चाहिए। एक मुस्लिम होने के नाते हमे लोगो को खैर यानी भलाई की तरफ बुलाना है जिसके लिए जरूरी है की हम इस्लामी आदर्शों और मूल्यों की बुनियाद पर समाज का निर्माण करने की दिशा में आगे बढ़ते रहें और इसे बेहतर और सशक्त बनाएं। कॉन्फ्रेंस के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा की ये अल्लाह का बेइंतेहा शुक्र ओ एहसान है की उसने हमें खैर- ए -उम्मत बनाया है और ये हमारी जिम्मेदारी है की हम इंसाफ के अल्मबरदार बने लोगो को वो रास्ता दिखाएं जिसे अल्लाह ने पसंद किया है। इस मुल्क में एस आई ओ लगातार इस बात की कोशिश कर रही है खास कर छात्रों और युवाओं के बीच उनके सामने इस्लाम की सही और सच्ची तस्वीर पेश की जाए। उसके बाद जनाब नदीम खान (राष्ट्रीय सचिव ए पी सी आर) ने मुल्क के मौजूदा हालात पर कई घटनाओं का उल्लेख करते हुए इस बात पर ज़ोर दिया की देश के किसी भी कोने में हो रहे जुल्म और नाइंसाफी के खिलाफ लोगो को खड़े होना चाहिए तभी सही मानो में हम इंसाफ के अल्मब्रदार बनने के लिए आगे बढ़ पायेंगे। अंत में यूनिट की ओर से सभी वक्ता और अतिथियों को मोमेंटो दिया गया और जिला सचिव भाई इब्राहिम जुनैदी सल्फी ने अपनी बात में सभी वक्ता , अतिथि , श्रोताओं , मैदान और पूरे प्रोग्राम में साथ दे रही टीम का शुक्रिया अदा किया। कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता जनाब नज़ीर अहमद साहब ने की और डॉ ए एन आरजू साहब ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज करा कर नौजवानों का हौसला बढ़ाया।