
ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24
दरभंगा–विश्व एड्स दिवस पर आज दरभंगा की उभरती पैरामेडिकल की संस्था टारगेट इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी के सभागार में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में छात्र एवं छात्राओं द्वारा एड्स की जागरूकता और इससे बचने के उपाय विषय पर अपनी बात रखी। वक्ताओं द्वारा बताया गया कि सबसे पहले विश्व एड्स दिवस 1988 ईस्वी में मनाया गया था और कहा गया था कि यह एक जानलेवा बीमारी है एवं दुनिया भर में सैकड़ो लोगों की जान इस बीमारी से जा चुकी है। संस्था के चेयरमैन डॉक्टर कायनात आफताब और को–फाउंडर डॉक्टर मजहरूल इस्लाम ने कहा कि 35वीं विश्व एड्स दिवस की थीम ’याद रखें और प्रबंध रहे हैं’ विश्व एड्स दिवस का उद्देश्य संसार से इस बीमारी को जड़ से खत्म करने का है।

सरकार इस बीमारी को दवाइयां से मृत्यु तक की संख्या को कम करना चाहती है। कई लोग एक दूसरे को मैसेज के माध्यम से एड्स के प्रति जागृत करते हैं। इस अवसर पर संस्था के फाउंडर डॉक्टर इंतेखाब उल हक ने कहा कि एड्स के प्रति भेदभाव नहीं उपचार ही इसका समाधान है। एड्स पीड़ितों से नफरत नहीं बल्कि उसे प्यार से बात करके उसके जीवन को सरल बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से बचाव का आसान विकल्प सुरक्षित एवं संबंध का संकल्प के प्रति भी लोगों को बात करके। विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है ताकि अधिक से अधिक लोग इस बिमाड़ी के प्रति जागरूक हो सके। इस अवसर पर संस्था के कई फैकेल्टी और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद थे।