
ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24
दरभंगा–वाहन चेकिंग के नाम पर दरभंगा के शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगातार अवैध उगाही का आरोप पुलिस पर लग रहा है जिसका अभी तक कोई निराकरण नहीं हो पाया। लेकिन धीरे-धीरे लोग में इस व्यवस्था को लेकर के आक्रोश पनपना शुरू हो गया है जिसकी आज एक बानगी देखने को मिली। सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के सनहपुर पुलिस पीकेट पर पुलिस से अतरवेल-जाले पथ पर वाहन चेकिंग कर रही सिंहवाड़ा पुलिस ने लाठी चला कर एक बाइक सवार का सिर फोड़ दिया। जख्मी युवक जाले थाना क्षेत्र के नरौछ बिहारी निवासी बाइक सवार जीवछ राम के सिर से खून टपकता देख वहां मौजूद राहगीर एवं ग्रामीण आक्रोशित हो गए। इसके बावजूद भी पुलिस उल्टे पीड़ित को डराने की कोशिश करने लगी।

फिर क्या था, लोगों ने डंडा चलाने वाले पुलिस पर उलझ पड़े। हंगामा होते देख जान बचाकर पुलिस कर्मी पुलिस पीकेट के भीतर घुसकर ग्रिल और गेट को बंद कर लिया। पुलिस की कारवाई के खिलाफ बड़ी संख्या में आक्रोशित लोग पुलिस पीकेट पर जमा हो गए। आक्रोशित लोगों ने अतरवेल-जाले पथ को पुलिस पीकेट के सामने ही जाम कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। ग्रामीण वाहन चेकिंग के नाम पर राहगीरों एवं आसपास के खेतों में बाइक से काम करने आने वाले किसानों से अवैध वसूली के आरोप लगाकर आक्रोश व्यक्त करने लगे। इधर जख्मी बाइक सवार जीवछ राम ने बताया कि वह अपने बाइक से भरवाड़ा बाजार पर्व का सामान खरीदने जा रहा था। सनहपुर पुलिस पीकेट के पास वह जैसे ही पहुंचा कि वाहन चेकिंग कर रही पुलिस ने रुकने का ईशारा किया। वह रूका ही था कि पुलिस ने उसके बाइक की चाभी छीन ली। जैसे ही उसने पूछा कि आपने बाइक की चाभी क्यों निकाली। आरोप है की पुलिसिया रोब दिखाते हुए पुलिस ने ताबड़तोड़ लाठी चलाना शुरू कर दिया! इसी बीच उसका सिर फट गया। खून बहता देख लोगों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश बढ़ गया और लोग पुलिस से उलझ गए। जान बचाने के लिए पुलिस पीकेट में घुसकर ग्रिल बंद कर ली। लेकिन लोग ग्रिल तोड़ने पर आमदा हो गए। ग्रिल में हाथ घुसाकर चप्पल से पुलिस को पीटने की कोशिश महिलाएं भी कर रही थी। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस यहां वसूली का धंधा बनाकर रखी है। वाहन में किसी तरह के कागजात की कमी होती है, तो उसे थाना पर नहीं ले जाकर चौक के आसपास गाड़ी को डिटेन किया जाता है और अवैध वसूली होने के बाद ही छोड़ा जाता है। यही कारण है कि क्षेत्र के लोग पुलिस के खिलाफ आक्रोशित हैं। घटना की जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष शैलेश कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस एवं गणमान्य लोगों ने समझा-बूझाकर मामला शांत कराया। तब जाकर पुलिस पीकेट में छिपे पुलिस कर्मियों को जान में जान आयी। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की तहकीकात की जा रही है।