
ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24
दरभंगा–बाल दिवस के उपलक्ष्य में, पर्यवेक्षण गृह में कार्यक्रम का शुरुआत सर्वप्रथम जन गण मन की उदघोष एवम वरिष्ठ पत्रकार मणिकांत झा के काव्य पाठ से हुआ। श्री झा के काव्य पाठ ने बच्चे का मन मोह लिया। उप निदेशक, भास्कर प्रियदर्शी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मे बच्चे को उत्प्रेरित करते हुए कहा की ऐसे कार्यक्रम से हमे प्रेरणा लेकर जीवन में अच्छा करने का संकल्प लेना चाहिए। आगत अतिथि का स्वागत व संचालन करते हुए किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य अजीत कुमार मिश्र ने बाल दिवस के महत्ता को बताते हुए कहा की बच्चे ही राष्ट्र के धरोहर है। बच्चे के बचपना को ठीक से आगे बढ़ाकर उन्हें मुख्य धारा में लाना हम सबों की महत्ती जिम्मेदारी है। किशारों से संवाद स्थापित करते हुए उन्होने कहा की अपने अंदर ब्याप्त कमी को स्वीकार कर उसे दूर कर एक सुंदर एवम गरिमामय जीवन जीने का संकल्प लेना चाहिए। मुख्य अतिथि के रुप में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रख्यात समाजसेवी प्रो जय शंकर झा ने कहा की नेहरू जी को बच्चे से बेहद प्रेम था बच्चे उन्हें चाचा कहते थे, उनके जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़े। निराश्रित, अनाथों के लिए अपने जीवन मे किए गए संघर्षों के संस्मरण सुनाते हुए उन्होंने कहा की दरभंगा के पूअर होम को पुनर्वासन केंद्र के रूप में विकसित किए जाने की जरूरत है। कार्यक्रम को कुमारी गुंजन ललित झा, धनंजय कुमार, राम विनोद ठाकुर, राम शंकर झा, बसंत ठाकुर,दीपक दिव्यांश, सुजीत जी, शोभानंद के साथ ही आवासित सभी बच्चे मौजूद रहे।