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ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24

दरभंगा–सूचना भवन के सभागार में निदेशक, सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग, बिहार सरकार श्री अमित कुमार की अध्यक्षता में जल-जीवन-हरियाली अभियान को लेकर परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि 13 जुलाई 2019 को राज्य सरकार द्वारा सर्वदलीय बैठक में लिये गये निर्णय के उपरांत बिहार में जल-जीवन-हरियाली अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अभियान के अन्तर्गत 11 अवयवों को शामिल किया गया है, जिनमें सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं को चिन्हित कर अतिक्रमण मुक्त करना, सार्वजनिक जल संचयन संरचनाओं को चिन्हित कर जीर्णोद्धार करना, सार्वजनिक कुओं के चिन्हित कर उनका जीर्णोद्धार करना, सार्वजनिक कुओं/ चापाकल के किनारे सोख्ता का निर्माण करना, छोटी-छोटी नदियों/नालों में एवं पहाड़ी क्षेत्रों के जल संग्रहण क्षेत्रों में चेक डैम का निर्माण करना, नए जल स्रोतों का सृजन, नदी जल क्षेत्र से जल की कमी वाले क्षेत्र में जल ले जाना, भवनों में छत वर्षा जल संचयन की संरचनाओं का निर्माण, पौधशाला सृजन एवं सघन वृक्षारोपण, वैकल्पिक फसलों, टपकन सिंचाई, जैविक खेती एवं तकनीकों का उपयोग, सौर ऊर्जा को प्रोत्साहन एवं ऊर्जा की बचत एवं गयारहवाँ अवयव है। जल-जीवन-हरियाली जागरूकता अभियान है, जिसे सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग एवं ग्रामीण विकास विभाग करा रही है। उन्होंने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान युग्म के तौर पर आया है तथा अभियान वैसा होना चाहिए की आम जनमानस को लाभ मिले। उन्होंने कहा कि विशेष अवसर पर पौधारोपण करें, बिजली की बचत करें एवं ऊर्जा का संरक्षण किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन आज भी है, जीवन कल भी रहेगा।
उन्होंने गंगाजल आपूर्ति योजना पर भी चर्चा की।
उन्होंने कहा कि इस अभियान में 15 विभाग शामिल हैं- जिनमें ग्रामीण विकास विभाग, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, जल संसाधन विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, कृषि विभाग, भवन निर्माण विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, ऊर्जा विभाग, सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग शामिल है। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा जल-जीवन-हरियाली अभियान का गहन प्रचार-प्रसार कराया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि सभी जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी के माध्यम से विभिन्न योजनाओं का प्रचार-प्रसार फेसबुक लाइव के माध्यम से कराया जा रहा है। ग्रामीण विकास विभाग के मिशन उप निदेशक अजीत कुमार ने बताया कि जल-जीवन-हरियाली अभियान का प्रचार-प्रसार नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 30 हजार जल संचयन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है तथा ब्रेडा के द्वारा सोलर से संबंधित कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चौथा नेशनल वाटर अवार्ड में जल-जीवन-हरियाली अभियान को लेकर
बेस्ट एक्टेड कैटेगरी का थर्ड स्टेट का पुरस्कार बिहार राज्य को मिला है।
उन्होंने कहा कि यह अभियान माननीय मुख्यमंत्री जी का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। उन्होंने कहा कि जल स्तर में भी काफी सुधार हुआ है, छत वर्षा जल संचयन से भी काफी लाभप्रद प्राप्त हुआ है। संयुक्त सचिव सत्येंद्र कुमार ने मिशन निदेशक को कहा कि जो भी सामग्री मिलेगा उनका प्रचार प्रसार रेडियो जिंगल के माध्यम से कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि पटना, दिल्ली एवं मुंबई एयरपोर्ट पर भी प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। उप निदेशक, जन सम्पर्क लाल बाबू सिंह ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान को जन-जन तक पहुंचता है तथा यह अभियान आने वाली पीढ़ी से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी का औसतन ताप लगभग 1.2 प्रतिशत बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाएं, उस पर ध्यान देने की जरूरत है तथा पौधारोपण किया जाए एवं पौधा वितरण किया जाए। भवन निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता विनोद चौधरी ने कहा कि इस मिशन की चर्चा संयुक्त राष्ट्र महासंघ में हुई, यह बिहार के लिए गौरव की बात है। कार्यक्रम का मंच संचालन सुनील कुमार पाठक के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में उप निदेशक शिव शंकर श्रीवास्तव, अनिल कुमार शशि शेखर ने जल-जीवन-हरियाली अभियान से संबंधित अपनी बातों को रखा।
उक्त कार्यशाला में दरभंगा एन.आई.सी से संयुक्त निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, जिला मिशन प्रबंधक, जल-जीवन-हरियाली ऋतुराज, वन क्षेत्र के पदाधिकारी अर्जुन गुप्ता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण संगठन के एस.डी.ओ रोहित मौर्य, सिविल सर्जन के प्रतिनिधि डॉ.रवि प्रकाश, जीविका के प्रतिनिधि संतोष कुमार एवं अन्य संबंधित उपस्थित थे।

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