
ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24
दरभंगा–शिक्षा विभाग द्वारा जारी 3 दिन अनुपस्थित रहने पर छात्रों के नाम काटने जैसे फरमान के खिलाफ राज्यव्यापी प्रतिवाद दिवस के तहत आज आइसा से जुड़े छात्रों ने एल. सी. एस. कॉलेज परिसर में शिक्षा विभाग के प्रति को जलाकर विरोध जताया। इस दौरान प्रतिवाद सभा को सम्बोधित करते हुए आइसा के जिला सचिव मयंक यादव ने कहा कि विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों में आधारभूत संरचनाओं को बहाल करने के बाद ही छात्र-छात्राओं का प्रतिदिन उपस्थिति शर्ते लागु की जा सकती है। बिहार की शैक्षणिक संस्थानों में आधारभुत संरचनाओं का अभाव है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने 3 दिन अनुपस्थित रहने पर छात्र छात्राओं का नाम काटने का तानाशाही और तुगलकी फरमान जारी किया हैं! आइसा राज्य सरकार से मांग करता है कि शिक्षा विभाग का तुगलकी फरमान वापस ले और सबसे पहले राज्य के शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करें। आइसा नेता शम्स तबरेज़ ने कहा कि वर्तमान समय मोदी सरकार नई शिक्षा नीति 2020 को लागू करके शिक्षा का निजीकरण, सांप्रदायिकरण और बाजारीकरण करने पर तुली हुई है। वही बिहार की शिक्षा व्यवस्था की बात करें तो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के मामले में उसकी रीढ़ कमजोर है।ऐसे में सरकारी शिक्षण संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बहाल करने के लिए बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में प्रोफेसरों तथा नॉन टीचिंग स्टाफो के रिक्त पदों पर अविलम्ब बहाली की जाए ताकि बिहार के सैक्षणिक सस्थानों में रेगुलर वर्ग संचालन की ग्रारंटी हो। आइसा के जिला कमिटी सदस्य मिथिलेश यादव ने कहा कि सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हुए छात्र-छात्राएं शिक्षा का निजीकरण व विभिन्न पाठ्यक्रमों में बेतहाशा फीस वृद्धि होने के कारण सैक्षणिक संस्थानों से बाहर हो रहें हैं जो बिहार सरकार के साथ पुरे बिहारी समाज के चिंता कि बात हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग का फरमान के आने से दलित-पिछड़े समाज से आने वाले छात्र शिक्षा से वंचित होगें।
अंत में नेताओं ने कहा कि बिहार की सरकार छात्र विरोधी शिक्षा विभाग के तुगलकी फरमान वापस नहीं लेती है तो आइसा राज्य स्तर पर छात्रों को अपने शैक्षणिक संस्थानों को बचाने और शैक्षणिक संस्थानों को बेहतर बनाने साथ साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए एकजुट होकर संघर्ष तेज़ करना होगा। प्रतिवाद में आइसा नेता मयंक यादव, मिथिलेश यादव, आनंद, अमर, अमित, विनीत, सुभाष पासवान, दीपक कुमार, सोहन, मोहन कुमार, संदीप, विशाल, राहुल, राजीव, रहमानी शामिल थे।