
ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24
दरभंगा–बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ (सीआईटीयू से संबद्ध) ने आईसीडीएस निदेशक के पत्र संख्या 5663 दिनांक 11/10/23 द्वारा आंगनबाड़ी सेविका संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर पांच सूत्री मांगों के समर्थन में दिनांक 29 सितंबर 2023 से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताली सेविका सहायिकाओं को हड़ताल से वापस आने के लिए दिए गए धामकी के विरोध में आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन निकाला गया। प्रदर्शन पोलोफील्ड से आरंभ हो कर आयुक्त कार्यालय आईजी कार्यालय, व्यवहार न्यायालय लहरियासराय टावर, लोहिया चौक का भ्रमण कर समाहरणालय न्यायालय के मुख्य द्वार पर पहुंच जहां निदेशक द्वारा निर्गत धमकी पत्र का दहन किया गया। इस अवसर पर ज्योति देवी की अध्यक्षता में रैली किया गया। रैली को संबोधित करते हुए बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविका सहायिका।संघ के राज्य उपाध्यक्ष शमशाद बेगम ने कहा कि आंगनबाड़ी सेविका सहायिका का संयुक्त संघर्ष समिति के आवाहन पर राज्य के सभी आंगनबाड़ी सेविका सहायिका का 29 सितंबर से 5 सूत्री मांगों की प्राप्ति के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। राज्य सरकार हमारी मांगों के पूर्ति नहीं कर हमें काम पर वापस लौटने का धमकी दिया जा रहा है। निदेशक आईसीडीएस के पत्र संख्या 5663 दिनांक 11/10 2023 द्वारा हरताली आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं को दिनांक 16 अक्टूबर 2023 को सेवा में वापस आने का आदेश दिया है जिसके विरुद्ध आज हम लोगों ने आक्रोषपूर्ण प्रदर्शन निकालकर निदेशक के आदेश का दहन समाहरणालय के मुख्य द्वार पर कर रहे हैं। हम लोग डरने वाले नहीं। जब तक हमारी मांगों की प्राप्ति नहीं हो जाती तब तक हड़ताल पर डटे रहेंगे। हमारी मांग है कि अन्य राज्य सरकार के भांति राज्य प्रोत्साहन राशि न्यूनतम ₹10000 दिया जाए माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में सेवानिवृत होने वाले सेविका सहायिकाओं को ग्रेच्युटी का आदेश निर्गत करने, आंगनबाड़ी सेविका सहायिकाओं को सरकारी सेवक घोषित किया जाए। तत्काल न्यूनतम मानदेय 26000 रुपए दिया जाए प्रमुख है। इस अवसर पर सीआईटीयू के राज्य कमेटी सदस्य सत्यप्रकाश चौधरी एवं दिनेश झा ने कहा कि (सी आय टी यू) राज्य कमेटी आपके साथ है राज्य सरकार को आपके मांगों की पूर्ति करनी होगी नहीं तो हम केंद्र एवं राज्य सरकार के विरुद्ध संघर्ष तेज करने पर बाध्य होंगे। बिहार राज्य और औराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री फूल कुमार झा ने कहा कि राज्य सरकार नारी उत्थान की बात करती है परंतु राज्य एवं केंद्र सरकार के योजनाओं का कार्य रूप देने वाली आंगनबाड़ी सेविका सहायकाओं को।न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दिया जा रहा है जो अन्याय है। जिसके विरुद्ध यह आंदोलन है इस आंदोलन को कुचलने का जो साजिश रचा जा रहा है वह विफल होगा क्योंकि लोकतंत्र में संघर्ष करने का सबको अधिकार है। इस अवसर पर सोनी कुमारी, कुशेश्वरी देवी, उमा सिंहा, रुखसाना खातून, गोसिया परवीन, किरण कुमारी, सुनीता देवी, विमल देवी, भगवती देवी, रिंकू देवी, ललिता देवी, शशि कला देवी आदि ने विचार व्यक्त करते हुए हड़ताल पर डटे रहने का संकल्प लिया तथा संघर्ष को तेज करने का आवाहन किया।