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समस्तीपुर से अफरोज आलम की रिपोर्ट

समस्तीपुर–बिहार में इन दिनों डेंगू कहर बरपा रह है। डेंगू के बढ़ते मरीजों की तादाद को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। समस्तीपुर जिले में भी स्वास्थ्य विभाग डेंगू मरीजों के लिए जांच से लेकर दवा और इलाज की समुचित व्यवस्था का दावा कर रही है। जिले में डेंगू मरीजो की संख्या अब तक 70 के आस-पास है।स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का बताना है कि पीएचसी से लेकर अनुमंडलीय अस्पताल में एंटीजन कीट उपलब्ध है। एंटीजन टेस्ट पॉजिटिव आने पर उसे कंफर्म करने के लिए ब्लड सैंपल सदर अस्पताल भेजा जाता है जहां एलिजा NS-1 किये जाते है। इसको लेकर कुछ दिन पूर्व 288 एलिजा टेस्ट कीट मंगाए गए है। लेकिन वो किट एलिजा टेस्ट मशीन में काम नही कर रहा है। जिस कारण वहां पिछले तीन दिनों से डेंगू का टेस्ट नही हो रहा है।सदर अस्पताल स्थित पैथलॉजी के लैब टेक्निशियन का बताना है कि यहां एलिजा NS-1 टेस्ट पिछले तीन दिनो से बंद है। यहां जो टेस्ट कीट उपलब्ध कराए गए है वो मशीन में काम नही कर रहे है। सदर अस्पताल में रोजाना 15 से 20 मरीज एलिजा टेस्ट के लिए पहुंचते है। ऐसे में अब मरीजो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ डेंगू से निपटने के लोगों से अपने आसपास साफ-सफाई रखने की अपील की जा रही है, वहीं सदर अस्पताल परिसर में ही इसकी अनदेखी की जा रही है। डेंगू वार्ड के बगल में जल जमाव के कारण गंदगी पसरी पड़ी है। इस जगह को लोगों ने यूरिनल बना रखा है । वहीं मलेरिया उन्मूलन कार्यालय की तस्वीर भी देख लीजिए।कार्यालय के आस-पास जल जमाव और गंदगी फैली है। लेकिन इस ओर किसी का भी ध्यान नही जा रहा है।सदर अस्पताल में खाना पूर्ति के लिए 10 बेड का डेंगू वार्ड बना दिया गया है। बेड में मच्छर से बचाव के लिए मच्छरदानी की व्यवस्था भी की गई है। लेकिन डेंगू वार्ड में कोई मरीज मौजूद नही है। जिस कारण डेंगू वार्ड को अस्पताल के गार्ड द्वारा कब्जा कर उसमें आराम फरमाया जा रहा है। वहीं सदर अस्पताल प्रबंधन इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।

By Admin

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