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दरभंगा–दरभंगा के टाउन हॉल (राजेन्द्र भवन) में श्रम संसाधन विभाग द्वारा ‘‘श्रम विभाग-श्रमिकों के द्वार’’ कार्यक्रम का आयोजन माननीय मंत्री, श्रम संसाधन विभाग, बिहार सरकार श्री सुरेन्द्र राम की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय मंत्री के कर-कमलों से दीप प्रज्जवलित कर किया गया जिसमें बेनीपुर के विधायक श्री विनय कुमार चौधरी, अध्यक्ष जिला परिषद श्रीमती रेणु देवी एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए माननीय मंत्री, श्रम संसाधन विभाग ने कहा कि श्रम संसाधन विभाग बिहार द्वारा संचालित योजनाएँ जिनमें बिहार भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अन्तर्गत संचालित 16 कल्याणकारी योजनाएँ, बिहार शताब्दी असंगठित कार्यक्षेत्र कामगार एवं शिल्पकार सामाजिक सुरक्षा योजना और बिहार प्रवासी मजदूर दुर्घटना अनुदान योजना के अन्तर्गत विभिन्न लाभों से कामगारों को लाभान्वित करने हेतु उनके बीच जाकर योजनाओं की जानकारी दी जा रही है एवं उनका पंजीकरण कराया जा रहा है। विभिन्न निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को 16 योजनाओं के लाभ तभी मिलेगा, जबकि वे निबंधित होंगे और निबंधन के लिए सिर्फ 50 रुपये, आधार कार्ड, बैंक खाता संख्या एवं फोटो की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में लगे मजदूर एक बार निबंधित हो जाते हैं, तो उन्हें साईकिल योजना के तहत 3,500 रूपये, मातृत्व लाभ योजना के तहत दो प्रसव के लिए 90 दिनों के मजदूरी के समतुल्य राशि लगभग 30 हजार रूपये, दो व्यस्क पुत्री के विवाह के लिए 50-50 हजार रूपये, औजार क्रय योजना के तहत 15 हजार रूपये, प्रथम दो संतान के जन्म के दौरान 06-06 हजार रूपये पितृत्व लाभ के रूप में, शिक्षा लाभ योजना के तहत आई.टी.आई, आई.आई.एम. तथा एम्स जैसे उत्कृष्ट संस्थानों में दाखिला होने पर उनके बच्चे का पूरा ट्यूशन फीस दिया जाता है। कहा कि निबंधित मजदूर के बच्चों को बी.टेक अथवा समकक्ष कोर्स के लिए सरकारी संस्थान में दाखिला होने पर एक मुश्त 20 हजार रूपये, सरकारी पॉलिटेक्निक/नर्सिंग या समकक्ष डिप्लोमा कोर्स के अध्ययन के लिए एक मुश्त 10 हजार रूपये, सरकारी आई.टी.आई. या समकक्ष के लिए एक मुश्त 05 हजार रूपये, मैट्रिक में 60 प्रतिशत से अधिक अंक से पास होने पर 10 हजार रूपये, 70 प्रतिशत से अधिक अंक होने पर 15 हजार रूपये और 80 प्रतिशत से अधिक अंक होने पर 25 हजार रूपये प्रदान किया जाता है। उन्होंने कहा कि  तीन वर्ष की सदस्यता पूरी होने पर भवन मरम्मति अनुदान योजना के तहत अधिकतम 20 हजार रूपये दिया जाता है। चिकित्सा सहायता के लिए प्रतिवर्ष तीन हजार रूपये लाभार्थी के खाते में दी जाती है। स्थाई दिव्यांगता पर 75 हजार रूपये एवं आंशिक दिव्यंगता के लिए 50 हजार रूपये तथा 1,000 रूपये प्रतिमाह पेंशन दिया जाता है। दुर्घटना से मृत्यु होने पर 04 लाख, स्वभाविक मृत्यु होने पर 02 लाख रूपये दिया जाता है। उन्होंने कहा कि न्यूनतम 05 वर्ष की सदस्यता पूर्ण होने पर 60 वर्ष की आयु के बाद 01 हजार रूपये प्रतिमाह पेंशन दिया जाता है। दाह संस्कार हेतु 05 हजार रूपये तथा वस्त्र सहायता हेतु प्रति वर्ष 2,500 रूपये दिया जाता है। उन्होंने कहा कि बिहार शताब्दी असंगठित कार्यक्षेत्र मजदूर शिल्पकार योजना के अन्तर्गत स्वभाविक मृत्यु होने पर 30 हजार रूपये एवं दुर्घटना से मृत्यु होने पर 01 लाख रूपये प्रदान किया जाता है। इस योजना में 88 कार्य क्षेत्र के मजदूर एवं शिल्पकार अच्छादित हैं, इसके लिए निबंधन आवश्यक नहीं है, लेकिन शहरी क्षेत्र के लिए वार्ड कमिशनर एवं ग्रामीण क्षेत्र के लिए वार्ड सदस्य या मुखिया जी का प्रमाण-पत्र संलग्न होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस लाभ की राशि को दोगुना करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री एवं माननीय उप मुख्यमंत्री चाहते हैं, कि हमारे श्रमिकों को सम्मान मिले, साथ ही सभी लाभ मिले, इसलिए सभी जिलों में ‘‘श्रम विभाग-श्रमिकों के द्वार’’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समस्तीपुर, रोहतास, कैमूर, सारण एवं गोपालगंज जिले में ‘‘श्रम विभाग-श्रमिकों के द्वार’’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा चुका है। कार्यक्रम को मैथिली भाषा में सम्बोधित करते हुए बेनीपुर के माननीय विधायक ने कहा कि जब हम क्षेत्र में जाते हैं, तो श्रमिकगण पुछते है कि हमारे लिए क्या किया जा रहा है, जबकि बिहार सरकार ने इतने लाभकारी योजनाएँ उनके लिए चला रही है। केवल 50 रूपये में निबंधन करा लेना है, इसके बाद 16 योजनाओं का लाभ आपको मिलेगा। उन्होंने माननीय मंत्री जी से बिहार शताब्दी असंगठित कार्यक्षेत्र कामगार एवं शिल्पकार योजना के देय स्वाभाविक व दुर्घटना मृत्यु लाभ की राशि को बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार योजना के मृत्यु लाभ राशि 2 लाख व 4 लाख रुपये के समान करने की माँग की। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए माननीय जिला परिषद अध्यक्ष ने इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन की प्रशंसा की तथा महिला कामगारों के साथ कार्य स्थल पर जाने वाले उनके छोटे बच्चों के लिए वांछित सुविधा की व्यवस्था करने की माँग की। उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्रम संसाधन विभाग द्वारा संचालित तीनों योजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी तथा श्रम संसाधन विभाग द्वारा विभिन्न प्रतिष्ठानों एवं होटल, ढ़ावा में छापेमारी कर अव्यस्क बच्चों को छुड़ाकर उन्हें पुर्नवासित करने के लिए जिले में किये जा रहे कार्य की प्रशंसा की। कार्यक्रम को अन्य जनप्रतिनिधियों ने सभी सम्बोधित करते हुए सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की प्रशंसा की। इस अवसर पर माननीय मंत्री, माननीय विधायक, बेनीपुर एवं जिला परिषद अध्यक्ष के द्वारा बारी-बारी से निर्माण कार्य के 81 लाभार्थियों को, शताब्दी योजना के 2 लाभार्थियों को, प्रवासी मजदूर दुर्घटना योजना के 2 लाभार्थियों एवं छुड़ाये गए 1 बाल श्रमिक को 25000 की एफडी का डम्मी चेक प्रदान किया गया। साथ ही उन्हें माला पहनाकर एवं पाग और चादर से सस्नेह सम्मानित किया। इसके साथ ही कार्यक्रम स्थल पर 182 श्रमिकों को निबंधित भी किया गया। महिला लाभार्थियों को जिला परिषद् अध्यक्षा ने माला पहनाकर तथा गले लगाकर उन्हें सस्नेह सम्मानित किया। इस अवसर पर कुशल युवा कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण प्राप्त युवकों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन श्रम अधीक्षक, दरभंगा राकेश रंजन द्वारा किया गया। कार्यक्रम में उप निदेशक श्रम संसाधन विभाग श्रीमती कविता कुमारी, सहायक श्रम आयुक्त सुधांशु कुमार, जिला नियोजन पदाधिकारी मृणाल कुमार चौधरी एवं सभी प्रखंडों के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी उपस्थित थे।

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