ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24
दरभंगा–डीएमसीएच 23 फरवरी को 100 वर्ष का हो जायेगा। विदित हो की इसकी स्थापना 23 फरवरी 1925 को किया गया था। दोहरा खुशी इसलिए के डीएमसीएच 100 वर्ष का हो गया और दूसरी खुशी इसलिए के एम्स का शोभन में बनने की घोषणा से डीएमसीएच का अस्तित्व बच गया। प्रेस को संबोधित करते हुए डॉक्टरों की टीम ने कहा की 3 फरवरी 2024 को इसकी शताब्दी धूमधाम से मनाई जाएगी।
अकादमिक, साहित्यिक, कला और संस्कृतिक कार्यक्रम 23 फरवरी 2024 से प्रारंभ होकर पूरे साल चलेगा। इन सारे कार्यक्रम का रंगारंग शुरुआत इस वर्ष के स्थापना दिवस के कार्यक्रमों से होगी। यह बातें डॉक्टर के एन मिश्रा, प्राचार्य सह अध्यक्ष स्थापना दिवस एवं एल्युमिनी मीट आयोजन समिति ने न्यू लेक्चर थिएटर में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कहीं। स्थापना दिवस के कार्यक्रमों की शुरुआत के अवसर पर आयोजित प्रेस वार्ता में प्राचार्य सह आयोजन अध्यक्ष डॉक्टर के एन मिश्रा, आयोजन सचिव डॉ भरत कुमार, कोषाध्यक्ष डॉ गौड़ी शंकर झा, दरभंगा मेडिकल कॉलेज एल्युमिनाई एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर भरत प्रसाद, स्टूडेंट सेक्शन के इंचार्ज सह गोल्ड मेडल कमेटी के संयोजक डॉक्टर हरी दामोदर सिंह, साइंटिफिक कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर पीके लाल, मेडिकल एजुकेशन यूनिट की कोऑर्डिनेटर डॉक्टर पूनम कुमारी के अतिरिक्त वरीय सेवानिवृत्ति चिकित्सक डॉक्टर वीरेंद्र कुमार, डॉक्टर ओम प्रकाश, मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर यू सी झा, शिशु विभागाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार, रेस्पिरेट्री मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ मोहन पासवान इत्यादि अनेक चिकित्सक मौजूद थे। एलुमिनाई एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ भारत प्रसाद ने बताया कि दरभंगा की सुधी राजनीतिज्ञों, समाजसेवियों, जनता, प्रेस और मीडिया द्वारा सही और सार्थक प्रयास से एम्स के सही स्थान के चुनाव के साथ इस महाविद्यालय का अस्तित्व बच पाया।
इस चिकित्सा महाविद्यालय से पढ़े चिकित्सक पूरी दुनिया में मानव सेवा कर इसका नाम रोशन कर रहे हैं। स्थापना दिवस एवं एल्युमिनी मीट एक ऐसा अवसर होता है जिसमें सभी अपने पूर्ववर्ती छात्र भी अल्मा मैटर के साथ अपना जुड़ाव महसूस करते हैं। आयोजन सचिव डॉ भरत कुमार ने सबको एहसान व्यक्त किया कि इस कार्यक्रम में वे बढ़ चढ़कर हिस्सा लें रहें हैं। इसे सफल बनाने में प्रेस और मीडिया द्वारा इसमें दिए जा रहे सहयोग के लिए उन्होंने उनका आभार व्यक्त किया। डॉ पूनम कुमारी एवं डॉक्टर पी के लाल ने संयुक्त रूप से बताया कि इस बार भी पोस्टर और पेपर प्रेजेंटेशन में पीजी छात्रों की महत्वपूर्ण सहभागिता रहेगी, साथ ही वरीय चिकित्सकों के भी व्याख्यान होंगे। डॉ हरी दामोदर सिंह ने कहा कि लगभग 50 गोल्ड मेडल प्रतिभावान छात्रों को वितरित किए जाएंगे, वहीं डॉक्टर अशोक कुमार ने कहा की सेवानिवृत शिक्षकों की सूची बनाई जा रही है, जिन्हें सम्मानित किया जाएगा।
डॉक्टर गौड़ी शंकर झा ने कहा कि देश विदेश के पूर्ववर्ती छात्रों की अच्छी सहभागिता की उम्मीद है और पूरा महाविद्यालय इस आयोजन को बनाने लिए कोष जुटाने में लगा हुआ है। डॉ ओमप्रकाश ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी एक स्मारिका प्रकाशित की जाएगी जिसमें यहां के शिक्षक और छात्रों की रचनाएं सम्मिलित की जाएगी, साथ ही यादगार तस्वीरें भी संकलित की जाएगी। प्रेस वार्ता को डॉक्टर वीरेंद्र कुमार और डॉक्टर यू सी झा ने भी संबोधित किया। पूरे कार्यक्रम में दो दर्जन से अधिक प्रेस और मीडिया कर्मी कर्मियों की उपस्थिति रही।