ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24
दरभंगा–राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव राजेंद्र प्रसाद यादव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है की आगामी दिनांक 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में नवनिर्मित भव्य राम मंदिर में भगवान राम लला के प्रस्तावित प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाना सनातन धर्म का घोर अपमान एवं प्रधानमंत्री पद के गरिमा के विरुद्ध है।
चूंकि भगवान राम सनातन धर्मवलंबियों का इष्ट देव है और सनातन धर्म को कोई भी धर्म ग्रंथ यथा गीता, रामायण, महाभारत या वेद पुराणों के मूर्तियों के प्राण प्रतिष्ठा का अधिकार सिर्फ और सिर्फ ब्राह्मण वर्ण को दिया गया है। दूसरे किसी भी वर्ण को यह अधिकार हासिल नहीं है। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैश्य समाज से आते हैं फिर किस धार्मिक नियमों के तहत वे राम लला का प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। आगे उन्होंने कहा की मेरे समझ से यह धार्मिक अधिकार से आगे जाकर धर्म को राजनीति से जोड़कर देश में अराजकता एवं उन्माद फैलाकर वोट बटोरने का कुकृष्ट प्रयास है जिसका घोर निंदा किया जाना चाहिए।
देश के दलित एवं पिछड़े को उनके इस राजनीति को समझना और सावधान रहना चाहिए और उनके झांसे में एकदम नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा की देश के प्रधानमंत्री के लिए सभी धर्म समान होता है। उन्हें सभी धर्म को सम्मान की दृष्टि से देखना चाहिए खासकर वैसे धार्मिक आयोजन से तो एकदम ही अलग रहना चाहिए जो विवादित हो। अयोध्या में राम मंदिर का मामला काफी विवादित रहा है। ऐसे में राजनीतिक लाभ के लिए प्रधानमंत्री का वहां जाना उनके पद के गरिमा के विरुद्ध है।
आगे उन्होंने कहा की मैं रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा माननीय नरेंद्र मोदी से नहीं करा कर पूरी वैदिक रीति रिवाज से करवाने के लिए अपने ब्राह्मण समाज के भाइयों से आग्रह करता हूं कि वह आगे आए और हस्तक्षेप कर सनातन धर्म की रक्षा करें।