
ब्यूरो रिपोर्ट हिन्द टीवी 24
दरभंगा–जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने अलीनगर प्रखंड के समतल्ली गाछी इमामगंज में सोमवार को प्रेस वार्ता की। इस दौरान इन्होंने कहा कि बिहार में दो वजहों से लोगों के पास रोजगार नहीं है। पहला यहां शिक्षा व्यवस्था अच्छी नहीं है और दूसरा रोजगार के लिए लोगों के पास पूंजी नहीं है। जबतक इन दो बिंदुओं को नहीं सुधारा जाएगा तबतक बिहार में रोजगार लाना संभव नहीं है। शिक्षा की जो स्थिति है वो यहां के लोगों को पता है। स्कूलों में खिचड़ी बंट रही है और कॉलेजों में डिग्री, पढ़ाई दोनों में कहीं नहीं हो रही है। यहां शिक्षित बेरोजगार नहीं बल्कि डिग्री धारक बेरोजगार हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में लोगों को ऐसा लगता है कि सरकारी नौकरी के जरिए ही रोजगार मिल सकता है। लेकिन बिहार में चपरासी से लेकर मुख्य सचिव तक सिर्फ 1.57 लोग ही सरकारी नौकरी में हैं। 98.5 फीसदी लोग सरकारी नौकरी में नहीं हैं। ऐसे में सभी लोगों को सरकारी नौकरी मुहैया नहीं कराया जा सकता है। यहां पर लोगों को पूंजी मुहैया कराकर बेरोजगारी को खत्म किया जा सकता है। बिहार में सिर्फ श्रम का पलायन नहीं है, बुद्धि का पलायन नहीं है बल्कि पूंजी का भी पलायन है। प्रशांत किशोर ने सोमवार को कुल 10.3 किलोमीटर तक पदयात्रा की। इस दौरान वे 5 पंचायतों के 9 गांवों में गए। अलीनगर प्रखंड के पिरहौली से पदयात्रा की शुरुआत कर वे साहजौली, धामसेन, रुपासपुर, धामसेन, नानकर, नदियामी, हरिहरपुर, माचिता के हाई स्कूल तक गए। आपने देखा होगा की प्रशांत किशोर अपनी पदयात्रा में कैंप लगाने का काम अधिकतर मुस्लिम बहुल आबादी में करते हैं साथ ही साथ मुस्लिम वोटरों से जनसंपर्क भी उनका अधिकतर रहता है। दूसरी खास बात यह कि वह बिहार सरकार के नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों पर लगातार हमलावर रहते हैं साथ ही साथ कांग्रेस को भी कटाक्ष करना नहीं छोड़ते हैं। लेकिन अगर भाजपा की बात की जाए तो उन पर कटाक्ष उनका बहुत कम देखा जा रहा है। अब इसके पीछे क्या उद्देश्य है बिहार की जनता बखूबी इसे समझती है।