दरभंगा–हायाघाट राजद के प्रखंड अध्यक्ष रईस अहमद सिद्दीकी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपने ही सरकार पर सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा की कन्या उत्थान योजना में नीतीश सरकार की नियत साफ नहीं है। वह केवल ठगने का काम कर रही है। इस योजना का लाभ लेने के लिए आज सैकड़ो छात्रा ऐसी हैं जो भटक रही हैं और ठोकर खा रही हैं लेकिन उसका पोर्टल पर नाम ही नहीं है जो बिहार सरकार के कन्या उत्थान योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर सके। नीतीश सरकार की अगर मंशा साफ होती और कन्या उत्थान योजना अंतर्गत कन्याओं को खुले मन से पैसा देना चाहती तो बिहार सरकार के पास स्नातक में पास हुए छात्राओं का डाटा है। वह सीधा-सीधे पैसा ट्रांसफर कर सकती थी लेकिन ऐसा नहीं करके ऑनलाइन आवेदन करवाया जाता है और पोर्टल पर से सरकार के पदाधिकारी द्वारा छात्रा का नाम ही गायब कर देते हैं और ऐसी स्थिति में नीतीश कुमार अपनी वाहवाही लूट लेती है। परंतु छात्राओं को कन्या उत्थान योजना का लाभ नहीं मिल पाता। ऐसी सैकड़ो छात्राएं वंचित हैं जो बिहार सरकार नीतीश कुमार को कोस रही है। हो सकता है आने वाले समय में बिहार सरकार को इसकी कीमत भी चुकानी पड़े। जो छात्रा 2022 में स्नातक पास की है उसके कन्या उत्थान योजना अंतर्गत आवेदन करने का अंतिम तिथि कल 30.9.2023 तक है परंतु ऐसे सैकड़ो छात्राएं हैं जो आवेदन नहीं कर पाई है जिनका बिहार सरकार के पोर्टल पर नाम ही नहीं है। ऐसी स्थिति में वह आवेदन नहीं कर पा रही हैं। आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा?
